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नाड़ी परीक्षा का अर्थ है – शरीर में प्रवाहित होने वाली जीवन ऊर्जा (प्राण) के स्पंदनों को अंगुलियों से पढ़कर व्यक्ति के शारीरिक दोष (वात, पित्त, कफ), मानसिक स्थिति (रज, तम, सत्त्व) और ऊर्जा चक्रों (नाड़ी एवं स्रोतस) की वास्तविकता को समझना। यह विधा व्यक्ति विशेष की प्रकृति और विकृति को उजागर करती है — यानी वह स्वभाव जो जन्मजात है, और वह असंतुलन जो वर्तमान में रोग का कारण बन रहा है।




नाड़ी विज्ञान केवल पारंपरिक ज्ञान नहीं है, बल्कि आज के आधुनिक युग में भी इसकी सटीकता, गहराई और वैज्ञानिकता को स्वीकार किया जा रहा है। यह विधा हृदयगति, रक्त संचार, तंत्रिका संचार, हार्मोन संतुलन, मनोवैज्ञानिक अवस्था और आंतरिक ऊर्जा के संकेतों को एकीकृत रूप से पढ़ने का माध्यम बन चुकी है।
आजकल जहाँ कई जांचें केवल परिणाम देती हैं, वहीं नाड़ी परीक्षा रोग के कारण, प्रकृति, गहराई और उपचार पथ तक मार्गदर्शन प्रदान करती है।




नाड़ी वैद्य गुरुकुल द्वारा आयोजित यह “एडवांस नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप” एक ऐसा मंच है जो पारंपरिक नाड़ी ज्ञान को वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य और आधुनिक प्रशिक्षण विधियों के साथ जोड़ता है।
इस वर्कशॉप का उद्देश्य है:
नाड़ी विज्ञान की बारीकियों को शास्त्र और व्यवहार के साथ सिखाना।
प्रतिभागियों को इस योग्य बनाना कि वे किसी भी व्यक्ति की नाड़ी देखकर रोग का पूर्वानुमान, मानसिक स्थिति, और जीवनशैली असंतुलन जान सकें।
नाड़ी के माध्यम से रोग निवारण, जीवनशैली सुधार और मानसिक हीलिंग को व्यावहारिक रूप से लागू करना।



इस कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को आजीवन किसी भी आगामी नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप में निःशुल्क भाग लेने का अवसर मिलेगा। यह केवल एक कोर्स नहीं, बल्कि एक सतत साधना है, जो सीखने, अभ्यास करने और स्वयं को नाड़ी वैद्य के रूप में निखारने के लिए संपूर्ण मार्ग प्रदान करती है।





नाड़ी को जानना – स्वयं को जानना है। और जब स्वयं को जान लें, तब ही दूसरों को भी आरोग्यता की ओर ले जा सकते हैं।




यह एडवांस नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप उन सभी इच्छुक प्रतिभागियों के लिए एक अनमोल अवसर है, जो नाड़ी विज्ञान की जटिलताओं को गहराई से समझना और व्यावहारिक रूप से आत्मसात करना चाहते हैं। वर्कशॉप में ज्ञान, अभ्यास और व्यक्तिगत मार्गदर्शन का सशक्त समावेश किया गया है।



इस खंड में नाड़ी विज्ञान के शास्त्रीय सिद्धांतों और उनकी आधुनिक प्रासंगिकता को विस्तार से समझाया जाएगा।
इस अनुभाग के मुख्य लाभ:























































































































यह खंड विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो बुनियादी नाड़ी ज्ञान से आगे बढ़कर गूढ़ और विशेषज्ञ स्तर की जानकारी चाहते हैं।
इस अनुभाग के मुख्य लाभ:























































































































ज्ञान तब पूर्ण होता है जब उसे व्यवहार में लाया जाए। यह खंड उसी अनुभवात्मक दृष्टिकोण को समर्पित है।
इस अनुभाग के मुख्य लाभ:






























































































































इस एडवांस नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप में आप यह सीखेंगे कि नाड़ी के माध्यम से कैसे शरीर में छिपे हुए रोगों और असंतुलनों को पहले ही पहचान लिया जाए। प्रशिक्षकगण आपको प्रशिक्षित करेंगे कि कैसे एक अनुभवी नाड़ी वैद्य गहराई से स्पंदनों को पढ़कर बीमारी की जड़ तक पहुँच सकता है।
इस वर्कशॉप में नाड़ी द्वारा जिन रोगों की पहचान करना सिखाया जाएगा, उनमें प्रमुख हैं:







































































































































































































































































































































नाड़ी विज्ञान केवल रोग की पहचान तक सीमित नहीं है, बल्कि उसके आधार पर समग्र उपचार, जीवनशैली संतुलन और मानसिक-भावनात्मक शुद्धि का भी मार्ग प्रशस्त करता है। इस वर्कशॉप में नाड़ी के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार उपयुक्त समाधान भी सिखाए जाएंगे।













































एडवांस नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप में भाग लेने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को ज्ञान के साथ-साथ कई विशेष लाभ प्रदान किए जाएंगे, जो इस अनुभव को और भी यादगार बना देंगे:







सभी प्रतिभागियों को वर्कशॉप पूर्ण होने पर प्रमाण पत्र (Certificate of Completion) प्रदान किया जाएगा।
यह प्रमाण पत्र नाड़ी परीक्षा के क्षेत्र में आपकी शिक्षा, सहभागिता और समर्पण का प्रतीक होगा।
यह प्रमाण भविष्य में पेशेवर उपयोग या प्रशिक्षण हेतु सहायक होगा।






वर्कशॉप के दौरान विशेष समर्पण, नए प्रतिभागियों को लाने वाले प्रतिभागियों को विशेष ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा।
यह ट्रॉफी नाड़ी विज्ञान के प्रति उनकी लगन और प्रतिबद्धता को सम्मानित करती है।
यह भविष्य के लिए प्रेरणा का प्रतीक बनेगी।






इस वर्कशॉप में एक बार पंजीकरण करने के बाद, प्रतिभागी भविष्य में नाड़ी वैद्य गुरुकुल द्वारा आयोजित किसी भी वर्कशॉप में मुफ्त में भाग ले सकते हैं।
यह आजीवन सुविधा नाड़ी विज्ञान के निरंतर अभ्यास और अद्यतन सीख को संभव बनाती है।
ज्ञान के इस निरंतर प्रवाह का लाभ केवल एक बार के प्रयास से आजीवन उठाया जा सकता है।




सभी प्रतिभागियों को प्रतिदिन शुद्ध और पोषणयुक्त सात्विक आयुर्वेदिक भोजन प्रदान किया जाएगा।
यह भोजन वात-पित्त-कफ संतुलन के सिद्धांतों के अनुसार तैयार किया गया होगा।
पाचन को सुधारने वाला, मन को शांत करने वाला और शरीर को ऊर्जावान बनाने वाला अनुभव मिलेगा।




वर्कशॉप के दौरान ब्रेक में प्रतिभागियों को विशेष जड़ी-बूटियों से युक्त हर्बल टी दी जाएगी।
यह चाय डिटॉक्स, पाचन सुधार, और नाड़ी संतुलन में मदद करती है।
तुलसी, दालचीनी, सौंफ, मुलेठी आदि जैसे तत्वों से बनी यह चाय स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट होगी।













इस विशेष एडवांस नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप का संचालन आयुर्वेद एवं नाड़ी विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिष्ठित और अनुभवी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। यह कार्यशाला केवल एक शिक्षण सत्र नहीं, बल्कि उन विद्वान नाड़ी वैद्यों के सान्निध्य में आध्यात्मिक और वैज्ञानिक गहराई से ज्ञान प्राप्त करने का अवसर है, जिन्होंने वर्षों के अनुभव से इस विधा को जीवंत रखा है।









संस्थापक और अध्यक्ष, नाड़ी वैद्य गुरुकुल एवं नाड़ी वैद्य ट्रस्ट (Healing Hands)
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त नाड़ी वैद्य, जिनका वर्षों का अनुभव हजारों रोगियों के जीवन में प्रकाश बनकर पहुँचा है।
नाड़ी विज्ञान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए समर्पित, “घर-घर नाड़ी – घर-घर आयुर्वेद” मिशन के अग्रणी सूत्रधार।
शिक्षण, शोध और सेवा के समन्वय से सम्पूर्ण भारत में नाड़ी चिकित्सा की पुनर्स्थापना का अभियान चला रहे हैं।





मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), Nadi Vaidya Gurukul Pvt. Ltd.
आयुर्वेद व नाड़ी परीक्षा के आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जोड़ने वाली प्रेरणास्रोत।
महिलाओं, युवाओं और नव चिकित्सकों को नाड़ी विज्ञान की शिक्षा देने में सक्रिय भूमिका।
गुरुकुल की सभी अकादमिक गतिविधियों की योजनाकार और कुशल संगठक।





मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), Nadi Vaidya Pharmacy Pvt. Ltd.
आयुर्वेदिक औषधियों और प्राकृतिक उपचार पद्धतियों को नाड़ी ज्ञान के अनुरूप विकसित करने में विशेषज्ञ।
जड़ी-बूटियों के आधार पर नाड़ी के संतुलन हेतु विशेष सूत्र विकसित करने में अग्रणी।
प्रशिक्षण, औषध विकास और अनुसंधान में नाड़ी परीक्षा के व्यावहारिक अनुप्रयोग को बढ़ावा देने वाले वैज्ञानिक वैद्य।


अनुभवी शिक्षकों और नाड़ी परीक्षकों की टीम, जो एक-एक प्रतिभागी को व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
लाइव केस स्टडी, प्रैक्टिकल सत्र, नाड़ी पहचान, भावनात्मक विश्लेषण आदि के लिए विशेष ट्रेनिंग उपलब्ध कराएगी।
आधुनिक संदर्भों में आयुर्वेदिक नाड़ी विज्ञान को सरल भाषा में समझाने वाले प्रशिक्षक।





प्रेसिडेंट, Nadi Vaidya Trust Healing Hands
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सामाजिक प्रतिबद्धता और संगठनात्मक नेतृत्व का प्रतीक।
“स्वस्थ भारत – श्रेष्ठ भारत” और “मेरा गाँव – स्वस्थ गाँव” जैसे मिशनों की संरक्षक।
इस कार्यशाला की समग्र व्यवस्थाओं और सामाजिक विस्तार में उनका सक्रिय सहयोग प्रेरणास्पद है।



मुख्य संचालन अधिकारी (COO), Nadi Vaidya Trust Healing Hands
संगठनात्मक प्रबंधन, तकनीकी समन्वय और टीम निर्माण में कुशल।
वर्कशॉप के सुचारु संचालन, लॉजिस्टिक्स और सहभागिता की व्यवस्था में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
युवाओं और ग्रामीण समुदायों में आयुर्वेद जागरूकता फैलाने के अभियान के समर्पित पथप्रदर्शक।


यह वर्कशॉप उन सभी के लिए एक अमूल्य अवसर है जो स्वास्थ्य, चिकित्सा, और जीवन की गहराई में उतरना चाहते हैं। विशेष रूप से निम्नलिखित वर्गों के लोग इससे अत्यधिक लाभ उठा सकते हैं:





























जो अपने नैदानिक कौशल में नाड़ी परीक्षा को जोड़ना चाहते हैं।
क्लासिकल ग्रंथों को व्यवहारिक अनुभव से समझना चाहते हैं।





























जो नाड़ी के माध्यम से रोग की जड़ को पहचानकर योग एवं उपचार तय करना चाहते हैं।
दैनिक/मासिक पंचकर्म योजना को नाड़ी के अनुसार अनुकूल बनाना चाहते हैं।





























रेकी, एक्यूप्रेशर, प्राणिक हीलिंग आदि करने वाले जो गहराई से रोग विश्लेषण चाहते हैं।
नाड़ी को एक ऊर्जा-संवेदन तंत्र के रूप में अपनाना चाहते हैं।





























जो आयुर्वेद को अन्य पद्धतियों के साथ एकीकृत करना चाहते हैं।
इंटीग्रेटेड मेडिसिन को समझने का व्यावहारिक माध्यम ढूंढ रहे हैं।





























जो अपने स्वयं के स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से समझना चाहते हैं।
नाड़ी के आधार पर आहार, योग और दिनचर्या निर्धारित करना चाहते हैं।


यह वर्कशॉप केवल एक कोर्स नहीं, बल्कि एक सम्पूर्ण स्वास्थ्य यात्रा है। इसमें आप सीखेंगे, महसूस करेंगे, और अनुभव के साथ आगे बढ़ेंगे:




शास्त्रीय और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से नाड़ी की समझ।
विभिन्न स्तरों और दोष गतिकी को व्यावहारिक रूप से जानने का अवसर।




छुपे हुए, उभरते हुए और स्थायी रोगों को जानने की कुशलता।
मानसिक, शारीरिक व भावनात्मक असंतुलन की पढ़ाई।


अपने मरीजों, क्लाइंट्स, या परिवार के लिए व्यक्तिगत निदान व मार्गदर्शन।
स्वयं के स्वास्थ्य के लिए एक आत्म-निरिक्षण उपकरण।








दोषानुसार आहार, दिनचर्या, ऋतुचर्या, योग एवं हर्बल उपाय।
मानसिक व आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारने के उपाय।


“Certificate of Completion” से आपकी पहचान को औपचारिक मान्यता।
भविष्य की सभी नाड़ी वैद्य गुरुकुल वर्कशॉप्स में आजीवन निशुल्क भागीदारी।



उत्कृष्ट सहभागिता, समर्पण और नाड़ी में रुचि के लिए विशेष सम्मान।
नाड़ी विज्ञान में आपका योगदान एक स्मृति चिन्ह के रूप में सम्मानित।


“एडवांस नाड़ी परीक्षा वर्कशॉप” केवल एक प्रशिक्षण सत्र नहीं है, यह एक आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और आत्मिक यात्रा है — जहाँ आप स्वयं को जानने, रोग को समझने और दूसरों को आरोग्यता की ओर ले जाने की शक्ति प्राप्त करते हैं।








आयुर्वेद, योग, हीलिंग या चिकित्सा के क्षेत्र में गहराई चाहते हैं,
अपने अभ्यास को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं,
या केवल स्वयं के लिए स्वास्थ्य व संतुलन की खोज में हैं…
तो यह वर्कशॉप आपके लिए एक जीवन बदल देने वाला अवसर बन सकती है।












